Essay on Newspaper in Hindi | समाचार पत्र पर हिंदी निबंध : (Samachar Patra Par Nibandh in Hindi)
इतर जानकारी
नमस्ते दोस्तों आज हम Smart School Infolips के इस लेख में हिंदी निबंध पढ़ेंगे| “समाचार पत्र”, एक हिंदी वर्णनात्मक निबंध। सभी के मतानुसार इस विषय पर निबंध में विविधता हो सकती है। निबंध लिखते समय शुरुआत, मुख्य भाग और अंत दिलचस्प होना चाहिए। अपने निबंध का प्रभाव बढ़ाने केलिए रूपक और अभिव्यंजक रूपकों का प्रयोग करें।
इसी विषय को अलग-अलग शब्दों में देकर निबंध लिखने दिया जाता है | जैसे की :
समाचार पत्र पर निबंध (Samachar patra par nibandh/ Essay on samachar patra in hindi)
समाचार पत्र की उपयोगिता (Samachar patra ki upyogita),
हिंदी समाचार पत्र का महत्व (Samachar patra ka mahatva/ Importance of newspaper in hindi)
समाचार पत्र निबंध (Samachar patra in hindi essay/ Newspaper essay in hindi)
समाचार पत्र क्या होता है? (Essay on newspaper in hindi)
और समाचार पत्र के क्या लाभ हैं?
समाचार पत्र कैसे लिखते है? क्या समाचार पत्र ज्ञान और मनोरंजन का साधन.
समाचार पत्र का भूमिका क्या है? समाचार पत्र लेखन, शिक्षा के क्षेत्र में समाचार पत्र के महत्व, आदि|
वर्तमान परिस्थिति में यदि विश्व के किसी भी कोने में, कोई घटना घटित हो तो, उसके दूसरे दिन हमें उसकी जानकारी हो जाती है। यह मुमकिन हुआ हे केवल समाचार पत्रों के कारण | बहुत सारे लोग है जिन्हे हर सुबह सबसे पहले समाचार पत्र पढ़ना जरुरी होता हैं। इसमें विश्व में हो रही सभी घटनाओं की जानकारी देते है। समाचार पत्र राजनितिज्ञों, व्यापारियों, बेरोजगारों, खेल, अन्तरराष्ट्रीय खबरें, विज्ञान, शिक्षा, त्योहारों, तकनीकों, सामाजिक मुद्दों आदि की जानकारी देता है। इनसे हमें ज्ञान कौशल और तकनीकी जागरूकता को बढ़ाने में मदत होती है।
तो प्रस्तावना बहुत हुई, चलो शुरू करते है समाचार पत्र पर हिंदी निबंध |
Table of Contents
समाचार पत्र पर निबंध (१०० शब्द में):
वर्तमान समयमे समाचार पत्र जीवन की एक आवश्यकता बन गया है। समाचार पत्रसे हमें अपने देश की खबरे पढ़ने मिलतीही है, बल्कि संसार में हो रही इतर सभी घटनाओं से अवगत कराता हैं। समाचार पत्रसे हमें खेल, अर्थव्यवस्था, राजकरण, उद्योग, रोजगार, आरोग्य, आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
अभीके समाचार पत्रों में बहुत से विषयों को शामिल किया गया है| लगभग सभी विषयों की जानकारी हमें समाचार पत्रसेही मिलती है। समाचार पत्र में दैनिक जीवनमें होने वाली सभी घटनाओंके बारेमें नियमित रुप से प्रकाशित होती है|
यदि हम प्रतिदिन नियमित रुप से समाचार पत्र पढ़ने की आदत लगते है, तो यह हमारे लिए काफी लाभदायी हो सकता है। सबसे जरुरी हमारी पढ़ने की आदत विकसित हो जाएगी| हमारे विचारोंमें, आचरणमे सुधार आ जायेगा| हमें बाहरी जगत की सभी जानकारी होगी |
समाचार पत्र पर निबंध (२०० शब्द में):
वर्तमान समय में समाचार पत्र जीवन की एक आवश्यकता बन गया है। हर राज्य में लगभग सभी भाषाओं में यह उपलब्ध होता है। समाचार पत्रपर खबरों को प्रकाशित किया जाता है, और दिन सुबह उसे लोगों तक पहुँचाया जाता है। हर देश अपना अलग समाचार संगठन रखते हैं। समाचार पत्रसे हमें अपने देश की खबरे पढ़ने मिलतीही है, बल्कि संसार में हो रही इतर सभी घटनाओं से अवगत कराता हैं। समाचार पत्रसे हमें खेल, अर्थव्यवस्था, समाजकारण, राजकरण, फिल्म, उद्योग, रोजगार, आरोग्य, धर्म, आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
पुराने दिनोंमे समाचार पत्रों में केवल खबरों का विवरण प्रकाशित होता था | अब इसमें बहुत से विषयों को शामिल किया गया है| लगभग सभी विषयों की जानकारी हमें समाचार पत्रसेही मिलती है। समाचार पत्र या अखबार में दैनिक जीवनमें होने वाली सभी घटनाओंके बारेमें नियमित रुप से प्रकाशित होती है|
सोचो यदि हम प्रतिदिन नियमित रुप से समाचार पत्र पढ़ने की आदत लगते है, तो यह हमारे लिए काफी लाभदायी हो सकता है। सबसे जरुरी हमारी पढ़ने की आदत विकसित हो जाएगी| हमारे विचारोंमें, आचरणमे सुधार आ जायेगा| हमें बाहरी जगत की सभी जानकारी होगी | हमारे साधारण ज्ञान कोष में वृद्धि होगी, हम पूरी तरह अद्यतन हो जायेंगे । यहीं कारण है कि कुछ लोगों में नियमित रुप से अखबार पढ़ने की आदत होती है।
समाचार पत्र पर निबंध (३०० शब्द में):
वर्तमान समयमे समाचार पत्र जीवन की एक आवश्यकता बन गया है। हर राज्य में लगभग सभी भाषाओं में यह उपलब्ध होता है। समाचार पत्रपर खबरों को प्रकाशित किया जाता है, और दिन सुबह उसे लोगों तक पहुँचाया जाता है। हर देश अपना अलग समाचार संगठन रखते हैं। समाचार पत्रसे हमें अपने देश की खबरे पढ़ने मिलतीही है, बल्कि संसार में हो रही इतर सभी घटनाओं से अवगत कराता हैं। समाचार पत्रसे हमें खेल, अर्थव्यवस्था, समाजकारण, राजकरण, फिल्म, उद्योग, रोजगार, आरोग्य, धर्म, आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
पुराने दिनोंमे समाचार पत्रों में केवल खबरों का विवरण प्रकाशित होता था | अब इसमें बहुत से विषयों को शामिल किया गया है| लगभग सभी विषयों की जानकारी हमें समाचार पत्रसेही मिलती है। समाचार पत्र या अखबार में दैनिक जीवनमें होने वाली सभी घटनाओंके बारेमें नियमित रुप से प्रकाशित होती है| तंत्रज्ञान से जुड़े बहुत सारी बातें, उनके विशेषज्ञों के अनुमान से, नए अविष्कारों की जानकारी मिलती हे |
समाचार पत्र लोगों की आवश्यकता, उनकी जरूरत और बदले हालत के अनुसार कूद भी बदलता है और लोगों के एक से अधिक उद्देश्यों की पूर्ति करता है। क्यूंकि बदलाव ही प्रगती है| इनमे सभी विषयोंकी जानकारी होती है और सभी लोग इनपर विश्वास करते है | इसीलिए समाचार पत्र बहुत ही प्रभावी और परिणाम करक होते हैं | जीतनी जानकारी इस पत्र में होती है, उसकी तुलना में इसकी कीमत बहुत कम होती है।
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सोचो यदि हम प्रतिदिन नियमित रुप से समाचार पत्र पढ़ने की आदत लगते है, तो यह हमारे लिए काफी लाभदायी हो सकता है। सबसे जरुरी हमारी पढ़ने की आदत विकसित हो जाएगी| हमारे विचारोंमें, आचरणमे सुधार आ जायेगा| हमें बाहरी जगत की सभी जानकारी होगी | हमारे साधारण ज्ञान कोष में वृद्धि होगी, हम पूरी तरह अद्यतन हो जायेंगे । यहीं कारण है कि कुछ लोगों में नियमित रुप से अखबार पढ़ने की आदत होती है। समाचर पत्र हमारी ज्ञान बहिनी है | चलो हमभी यह सुनिश्चित करें की आजसे हमभी समाचार पत्र पढ़ना शुरू करेंगे |
समाचार पत्र पर निबंध (४०० शब्द में):
आज समाचार पत्र एक बहुत ही महत्वपूर्ण वस्तु है, यह हमारे समाज का आयना है। बहुत सारे लोगों के दिन की शुरुआत करने का एक जरिया है | प्रातः हर दिन हमें समाचार पत्र की ताजी खबरों को पढ़ना चाहिए, यह हमें आत्मविश्वास दिलाता है| हमारे व्यक्तित्व को सुधारने और हमारे विश्वास को बढनेमें हमारी मदद करता है। सुबह-सुबह सबसे पहले अखबारही हमें दुनियाकी सारी खबरों से अवगत करता है। देश का नागरिक होने के नाते, हमें हमारी देशकी गतिविधियों के बारेमें जानकारी रखना, हमारी नैतिक जिम्मेदार हैं। यह हमें राजनीति, खेल-जगत, व्यापार, उद्योग, आरोग्य, देश-विदेशकी घटनाओंसे सूचित करता है। यह हमें हॉलीवुड, बॉलीवुड और व्यावसायिक हस्तियों के व्यक्तिगत यशस्वी जीवन की जानकारी देता है। जिनसे हमें हमारे जीवनमें आगे बढ़ानेकी प्रेरणा मिलती है |
हमारे भारतवर्ष में अंग्रेजों के आने से पहले समाचार पत्रों का प्रचलन नहीं था। अंग्रेजों ने ही भारत में समाचार पत्र को प्रकाशित करके एक नई निति को जन्म दिया था। भारत का पहला समाचार पत्र सन १७८० में कोलकाता में प्रकाशित किया गया था, जिसका नाम था “दी बंगाल गैजेट” जिसका सम्पादन जेम्स हिक्की ने किया था। हलाकि उन्होंने यह उनकी सरकार भारतमे अच्छा शासन कर रही, यह पूरी दुनिया को दिखा सके | आज भारत में हर प्रान्त में अपने-अपने विभिन्न भाषाओं में समाचार पत्र प्रकाशित किये जा रहे हैं। या एक विकास का प्रतिक है, क्यूँकि समाचार पत्रको देश की जनतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है |
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समाचार पत्र हमें भारतीय संस्कृति, परंपरा, पारंपरिक नृत्य, जीवन शैली, पुरातन कलाओं, आदि के बारे में विस्तृत जानकारी देता है। आधुनिक युग में अपने कमको छोडके अलग कुछ भी जानने का समयही नहीं मिलता, ऐसी स्थिति में समाचार पत्र हमें भारतीय उत्सवों, त्योहारों, सांस्कृतिक, मेलों, आदि की विशेष जानकारी देता, उनका समय और तिथि अवगत करता है। समाचार पत्र से हमें शिक्षा, भविष्य, समाज, आदि के बारे में बताता है, इससे हम अपने पसंदीदा विषयकी जानकारी जुटा सकते है। यह हमें हमेशा संसार में सभी वस्तुओं के बारे में जाननेकेलिए प्रेरित करता है। हमें अद्यतन (Upated) रखनेमें हमारी मदद करता है |
सोचो यदि हम प्रतिदिन नियमित रुप से समाचार पत्र पढ़ने की आदत लगते है, तो यह हमारे लिए काफी लाभदायी हो सकता है। सबसे जरुरी हमारी पढ़ने की आदत विकसित हो जाएगी| हमारे विचारोंमें, आचरणमे सुधार आ जायेगा| हमें बाहरी जगत की सभी जानकारी होगी | हमारे साधारण ज्ञान कोष में वृद्धि होगी, हम पूरी तरह अद्यतन हो जायेंगे । यहीं कारण है कि कुछ लोगों में नियमित रुप से अखबार पढ़ने की आदत होती है। समाचर पत्र हमारी ज्ञान बहिनी है | चलो हमभी यह सुनिश्चित करें की आजसे हमभी समाचार पत्र पढ़ना शुरू करेंगे |
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