Interjections types In Hindi | विस्मयादिबोधक अव्यय की परिभाषा :
जिस शब्द से वाक्य में हमारे मनका आनंद, आश्चर्य, दु:ख, प्रशंसा, शोक, घृणा, प्रसन्नता जैसी भावनाओं को व्यक्त करते है, उसे विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : अरे !, हाय !, वाह !, ओह ! , उफ़ !, शाबाश !, आदि ।
➥ अरे ! तुम्हे क्या हो गया ।
➦ हाय ! यह सब कैसे हो गया ।
➥ छी: छी:! कितना बुरा होगया ।
➤ उपरोक्त वाक्य में “अरे !”, “हाय !” और “छी: छी: !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
विस्मयादिबोधक अव्यय के बारेमें अधिक जानकारी :
➠ विस्मयादिबोधक अव्यय एक अविकारी शब्द है |
➡ इस शब्दके रूपमें लिंग, वचन, पुरुष या कारक के कारण से परिवर्तन/ बदल नही होता ।
➠ विस्मयादिबोधक अव्यय का चिन्ह ” ! ” होता है।
Table of Contents
विस्मयादिबोधक अव्यय के प्रकार
Interjections types In Hindi :
➽ विस्मयादिबोधक अव्यय के प्रकार : विस्मयादिबोधक अव्यय दस भेद है |
१. हर्षबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय
२. शोकबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय
३. आश्चर्यबोधक/ विस्मयादिबोधक अव्यय
४. प्रशंसाबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय
५. स्वीकृतिबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय
६. तिरस्कारबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय
७. संबोधनबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय
८. भयबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय
९. विदासबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय
१०. विवशताबोधक विस्मयादिबोधक
११. अन्य विस्मयादिबोधक अव्यय
१) हर्षबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में आनंद या हर्ष की भावना व्यक्त होती है, उसे हर्षबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : अति सुंदर !, वाह !, वाह-वाह !, धन्य !, धन्य-धन्य !, अहा ! आदि |
➥ अति सुंदर ! बहुत रमणीय नजारा है |
➦ वाह-वाह ! इससे अच्छा कुछ हो नहीं सकता |
➥ अहा ! यह बहुत अच्छा हुआ।
➦ वाह ! ये तो सचमुच अजूबा है |
➤ उपरोक्त वाक्य में “अति सुंदर !”, “वाह-वाह !”, “अहा !” और “वाह !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है। (Interjections types In Hindi)
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२) शोकबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में दुःख, व्यथा या शोक जैसी भावनयें व्यक्त होती है, उसे शोकबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. :
➥ हाय ! ऐसा नही होना चाहिए था ।
➦ हे भगवान ! बहुत बुरा हुआ।
➥ ओह ! कितना लगा है तुम्हे ।
➦ हे राम! इताना बुरा किसीके साथ ना हो !
➤ उपरोक्त वाक्य में “हाय !”, “हे भगवान !”, “ओह !” और “हे राम!” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
३) आश्चर्यबोधक/ विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में आश्चर्य की भावना व्यक्त होती है, उसे आश्चर्यबोधक/ विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : अरे !, ऐ !, ओहो !, क्या !, ओह !, सच !, हैं !, वाह ! आदि |
➥ क्या! यह सच में पास हुआ ?
➦ अरे ! यह क्या हो गया ।
➥ ऐ ! ये सब हो गया |
➦ सच ! हम सब साथ जायेंगे |
➤ उपरोक्त वाक्य में “क्या !”, “अरे !”, “ऐ !” और “सच !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
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४) प्रशंसाबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में प्रशंसा की भावना व्यक्त होती है, उसे प्रशंसाबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : बहुत खूब !, खूब !, शाबाश !, बहुत अच्छे !, क्या खूब ! आदि ।
➥ बहुत खूब ! ये तो कमाल हो गया |
➦ शाबाश ! तुम पुरे स्कूलमें प्रथम आए हो |
➥ खूब ! क्या उत्तम विचार है |
➦ क्या खूब ! कितनी सुबक कलाकृती है |
➤ उपरोक्त वाक्य में “बहुत खूब !”, “शाबाश !”, “खूब !” और “क्या खूब !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
५) स्वीकृतिबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में संमती या स्वीकृती जैसी भावनयें व्यक्त होती है, उसे स्वीकृतिबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : अच्छा !, ठीक !, हाँ !, जी हाँ !, बहुत अच्छा !, अवश्य !, जी ! आदि |
➥ बहुत अच्छा ! तू ही इसका असली हक़दार है |
➦ हाँ ! मैं आजही आया हूँ ।
➥ जी हाँ ! यह मेरीही क़िताब है ।
➦ अच्छा ! यही ठीक सही |
➤ उपरोक्त वाक्य में “बहुत अच्छा !”, “हाँ !”, “जी हाँ !” और “अच्छा !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है। (Interjections types In Hindi)
६) तिरस्कारबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में तिरस्कार या व्देश जैसी भावनयें व्यक्त होती है, उसे तिरस्कारबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : छि: !, थू-थू , धिक्कार !, हट !, धिक् ! , धत !, हुड !, चुप ! आदि ।
➥ धिक्कार ! है तुम पे ।
➦ धत ! ऐसा सूचना गलत है ।
➥ छि:! कितनी गंदी जगह है ये!
➦ चुप! बेकार कि बात मत कर !
➤ उपरोक्त वाक्य में “धिक्कार !”, “धत !”, “छि: !” और “चुप !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
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७) संबोधनबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द का उपयोग करके हम किसी का संबोधन करते है, उसे संबोधनबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : हैलो !, ओ !, ओए !, हो !, अजी !, रे !, अरे !, अरी !, ऐ! आदि |
➥ अजी ! सुनते हो।
➦ अरे! वहाँ मत जाओ ।
➥ हैलो ! यहाँ कोई है ?
➦ ऐ! आजसे पाठशाला शुरू हो रही है |
➤ उपरोक्त वाक्य में “अजी !”, “अरे !”, “हैलो !” और “ऐ !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
८) भयबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में भय या डर जैसी भावनयें व्यक्त होती है, उसे भयबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : हाय !, बाप रे बाप !, मर गए !, ओह !, उई माँ !, त्राहि-त्राहि आदि |
➥ हाय ! कितनी डरावनी जगह है ।
➦ त्राहि-त्राहि ! मच गई है।
➥ बाप रे बाप ! ये तो राक्षस जैसा है |
➦ उई माँ ! कोई बचाले इस मुसीबत से |
➤ उपरोक्त वाक्य में “हाय !”, “त्राहि-त्राहि !”, “बाप रे बाप !” और “उई माँ !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
९) विदासबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में विदा लेनेकी भावना व्यक्त होती है, उसे विदासबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : टा-टा !, अच्छा !, जी !, अच्छा जी !, चलो ! आदि |
➥ टा-टा ! हम फिर मिलेंगे।
➦ अच्छा ! फिर मिलेंगे ।
➥ चलो ! चलते है |
➦ जी ! अभी हमें जाना होगा |
➤ उपरोक्त वाक्य में “टा-टा !”, “अच्छा !”, “चलो !” और “जी !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
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१०) विवशताबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय :
जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में विवशता दर्शाई जाती है, उसे विवशताबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय कहते हैं।
उदा. : काश !, हे भगवान ! हे राम !, कदाचित् ! आदि |
➥ काश ! मरे पिताजी मेरे साथ आते ।
➦ हे भगवान ! अब क्या होगा ?
➥ हे राम ! अब बस हो गया |
➦ कदाचित् ! मेरी बत तूने पहले मानी होती |
➤ उपरोक्त वाक्य में “काश !”, “हे भगवान !”, “हे राम !” और “कदाचित् !” यह विस्मयादिबोधक अव्यय है।
११) अन्य विस्मयादिबोधक अव्यय :
वास्तव में भावनाएं व्यक्त करने के लिए और भी विभिन्न प्रकार हैं।
प्रत्येक के लिए अलग प्रकार बनाना मुश्किल है, इसीलिए ऊपर के भेद छोडके बाकी सबको हम अन्य भेद में मान लेते है।
अन्य प्रकार:
अ) क्रोधबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय : जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में क्रोध की भावना व्यक्त होती है, उसे ‘क्रोधबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय’ कहते हैं।
➥ उदा : खामोश ! मुझसे पंगा मत लो |, बस करो ! आदि ।
आ) चेतावनीबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय : जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में चेतावनी दी जाती हो तो, उसे ‘चेतावनीबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय’ कहते हैं।
➥ उदा : सावधान ! वहाँपर खतरा है | , खाबादरदार !, होशियार ! आदि ।
इ) विरोधबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय : जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में विरोध की भावना दर्शायी जाती है, उसे ‘विरोधबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय’ कहते हैं।
➥ उदा : ना ! यह गलती मत करो | , छे ! आदि |
ई) आशिर्वादबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय : जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में आशिर्वाद देने की भावना व्यक्त होती है, उसे ‘आशिर्वादबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय’ कहते हैं।
➥ उदा : जीते रहो !, जुग-जुग जिओ !, चिरंजीवी हो !, पुत्र भव ! आदि ।
उ) लज्जाबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय : जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में लज्जा का बोध होता है, उसे ‘लज्जाबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय’ कहते हैं।
➥ उदा : उफ़ !, हाय !, है दय्या ! आदि ।
ऊ) मौनबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय : जिस विस्मयादिबोधक अव्यय शब्द से वाक्य में मौनता की भावना दर्शाई जाती है, उसे ‘मौनबोधक विस्मयादिबोधक अव्यय’ कहते हैं।
➥ उदा : चुप !, चुप-चाप !, बस्स ! आदि ।
छोटी प्रश्नोत्तरी
इतर लिंक्स :
➥ मराठी रंग :
➦ विशेषण व विशेषणाचे प्रकार
➥ सर्वनामाचे प्रकार
Interjections types In Hindi | विस्मयादिबोधक अव्यय की परिभाषा :