Health is wealth
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Health is Wealth Essay in Hindi | स्वास्थ्य ही संपत्ती है|

Health is Wealth – Hindi Essay: इस लेख में हम सीखेंगे कि स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध कैसे लिखा जाता है| यह ५०० शब्द का हो सकता है, या २०० शब्द या १०० शब्द का | पहला स्वास्थ्य एक वास्तविक धन निबंध है।

Health is Wealth Essay in Hindi : (Swasth hi Sampatti Hai)

In this article, we will learn, how to write an essay on health is wealth, it may 500 words essay on health is wealth, or 200 words or 100 words. The first health is a real wealth essay.

स्वास्थ्य ही संपत्ती है | (३०० शब्द):

प्रसिद्ध कहावत है की “स्वास्थ्य ही संपत्ती है“| कहावतमेंही इसका अर्थ समाया है| अगर मनुष्य की धन संपत्ति नष्ट हो जाये तो समझो कुछ भी नही हुआ, पर उसका स्वास्थ ही ठीक ना रहा तो समझो की सबकुछ गया, नष्ट हो गया | क्यूँकि एक स्वस्त व्यक्ती लगातार परिश्रम करके, दुबारा संपत्ती कमा सकता है| लेकिन अगर उसका स्वास्थ ठीक ना हो तो, उसे बहोत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है| जो व्यक्ती कुछ भी कर पाने में असमर्थ हो, वह भला धनसंपत्ती कैसे जूटा पायेगा | इसी कारण कहा गया है कि स्वास्थ्य ही सोना है या फिर स्वास्थ्य ही धन संपत्ती है|

आपने, बहोत लोगोसे यह सुना होगा की स्वास्थ्य शरीर में, स्वस्थ मन-मस्तिष्क निवास करता है| स्वस्त मन वाला इन्सान हर बात करते समय उसका अच्छा-भला-बुरा सारे रूप को देखके आगे बढ़ाता है | उसके परिणाम के संदर्भ में पहले ही सोच विचार कर उचित कदम उठा सकता है| इस तरहसे सोच विचार कर उठाया कदम कभी गलत नहीं हो सकता | इसका परिणाम बहुतांश अच्छाही होता है | इसके विपरीत यदि व्यक्ती का स्वास्थ्य खराब हो तो उसकी सोचने की और समझने की क्रिया कम हो जाती है | और बहुत बार अस्वस्थ इन्सानसे लिया गया निर्णय गलत होनेकी संभावना रहती है | अस्वस्थ इंसान हमेशा अपने चिड़चिड़ाहट में उल्टा सीधा निर्णय लेता है | ऐसा सोचने-करने से कोई लाभ तो क्या, हानिही होती है |

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इसी कारणसे समजदार लोग हमेशा अपने स्वास्थ बनाये रखते है और दुसरोंकोभी यही सलाह देते है| हमें वही पदार्थ खाने चाहिए, जिनसे हमारे शरीर को उचित मात्रा में ऊर्जा एवं जीवनसत्व मिलते हो | उनका प्रमाण भी आवश्क्यतानुसार होना चाहिए| रोजाना कसरत, योगसाधना करके, शरीरको चुस्त और फुर्तीला रखना चाहिए| जिससे कोईभी काम करने में संतोष मलता है | मन की एकाग्रता बढ़ती, सही निर्णय लेनेकी क्षमता बढती है | सफलता मिलनेकी संभावना, हकीकत में बदलती है| इसीलिए मै भी यही मानता हूँ, की “स्वास्थ्य ही संपत्ती है”, जिसे हमें बनाये रखना है |

स्वास्थ्य ही संपत्ती है | (२०० शब्द):

प्रसिद्ध कहावत है की “स्वास्थ्य ही संपत्ती है”| अगर मनुष्य की धन संपत्ति नष्ट हो जाये तो समझो कुछ भी नही हुआ, पर उसका स्वास्थ ही ठीक ना रहा तो समझो की सबकुछ गया, नष्ट हो गया | क्यूँकि एक स्वस्त व्यक्ती लगातार परिश्रम करके, दुबारा संपत्ती कमा सकता है| लेकिन अगर स्वास्थ ठीक ना हो तो, उसे बहोत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है| इसी कारण कहा गया है कि स्वास्थ्य ही सोना है या फिर स्वास्थ्य ही धन संपत्ती है|


स्वास्थ शरीर में, स्वस्थ मन-मस्तिष्क निवास करता है| स्वस्त मन वाला इन्सान हर बात करते समय उसका भला-बुरा सारे रूप को देखके आगे बढ़ाता है | उसके परिणाम के संदर्भ में पहले ही सोच विचार कर उचित कदम उठा सकता है| इसका परिणाम बहुतांश अच्छाही होता है | इसके विपरीत यदि व्यक्ती का स्वास्थ्य खराब हो तो उसकी सोचने की और समझने की क्रिया कम हो जाती है | ऐसा सोचने-करने से हानिही होती है |


इसी कारणसे समजदार लोग हमेशा अपने स्वास्थ बनाये रखते है| हमें वही पदार्थ खाने चाहिए, जिनसे हमारे शरीर को उचित मात्रा में ऊर्जा एवं जीवनसत्व मिलते हो | रोजाना कसरत, योगसाधना करके, शरीरको चुस्त रखना चाहिए| मन की एकाग्रता, सही निर्णय लेनेकी क्षमता बढती है | इसीलिए मै भी यही मानता हूँ, की “स्वास्थ्य ही संपत्ती है”, जिसे हमें बनाये रखना है |

स्वास्थ्य ही संपत्ती है | (१०० शब्द):

प्रसिद्ध कहावत है की “स्वास्थ्य ही संपत्ती है”| अगर मनुष्य की धन संपत्ति नष्ट हो जाये तो कुछ नही, पर उसका स्वास्थ ही ठीक ना रहा तो समझो की सबकुछ गया | क्यूँकि एक स्वस्त व्यक्ती लगातार परिश्रम करके, दुबारा संपत्ती कमा सकता है| लेकिन अगर स्वास्थ ठीक ना हो तो, उसे बहोत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है|
स्वास्थ मन वाला इन्सान हर बात करते समय उसका भला-बुरा सारे रूप को देखके आगे बढ़ाता है | इसका परिणाम बहुतांश अच्छाही होता है | इसके विपरीत यदि व्यक्ती का स्वास्थ्य खराब हो तो उसकी सोचने की क्रिया कम हो जाती है |
स्वास्थ बनाये रखते है| रोजाना कसरत, योगसाधना करके, शरीरको चुस्त रखना चाहिए| मन की एकाग्रता, सही निर्णय लेनेकी क्षमता बढती है | इसीलिए मै भी यही मनाता हूँ, की “स्वास्थ्य ही संपत्ती है”, जिसे हमें बनाये रखना है

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